इंटरनेट क्या है? इसका प्रयोग एवं विशेषताएं ! परिभाषा को समझाइए
इंटरनेट कोई एक संगठन या संस्था नहीं, पर दुनिया भर में फैले हुए छोटे-बड़े कम्प्यूटरों का एक बड़ा जाल (Network) है, जो टेलीफोन के माध्यम से एक दूसरे के संपर्क में रहते है। यह इस समय संसार का सबसे बड़ा और लोकप्रिय नेटवर्क हैं। दुनिया भर के सभी नेटवर्क इंटरनेट से जुड़े हैं।
इस प्रकार यह नेटवर्कों का नेटवर्क है। भारत में इसकी लोकप्रियता दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही है।
इसमें मुख्यतः :-
ई-मेल (E-mail)
वर्ल्ड वाइड वे (world wide web)
एफ.टी.पी. (FTP)
ई-कॉमर्स ( E-commerce) आदि सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
- इसमें दुनिया भर के किसी भी कम्प्यूटर या उसकी साइट से जुड़ना बहुत आसान है, जैसे किसी कम्प्यूटर लाइन से जुड़ना इंटरनेट कम्प्यूटरों को जोड़ता है और वर्ल्ड वाइड वेब उससे जुड़े कम्प्यूटरों को सूचनाएं वेब पेजों के माध्यम से उपलब्ध कराता है।
- इस कार्य में इंटरनेट एक्सप्लोरर (Internet Explorer) किसी ब्राउजर (Browser) प्रोग्राम की सहायता से कार्य करता है; जैसे याहू, नेटस्केप, इंडिया टाइम्स, वेब दुनिया आदि ।
- इंटरनेट के माध्यम से आप अपने कम्प्यूटर पर बैठ हुए दुनिया भर की सूचनाएँ मिनटों में प्राप्त कर सकते हैं, जैसे किसी कम्पनी या उसके उत्पादों के बारे में जानकारी, विभिन्न समाचार पत्रों में इंटरनेट संस्करणों में छपा समाचार, किसी बीमारी का इलाज, फिल्मी गानों की जानकारी, किसी खेले जा रहे मैच का नवीनतम स्कोर आदि ।
- कम्प्यूटरों से जुड़ने के लिए हमें सेवा प्रदान करने वाली कम्पनियों की सहायता लेनी पड़ती है। हम अपने कम्प्यूटर को टेलीफोन लाइन के माध्यम से इंटरनेट सेवा देने वाली कम्पनी के सर्वर (Server) से जोड़ते हैं, जिसके लिए हमें कुछ शुल्क देना पड़ता है। दुनिया भर में ऐसे बहुत सर्वर है, जो आपस में सेटेलाइट या अन्य माध्यमों से जुड़े रहते हैं और उपभोक्ता को इंटरनेट सेवा प्रदान करते हैं।
मॉडेम की स्पीड(modem speed)(गति) :- जिस गति से आप सूचना टेलीफोन लाइनों के द्वारा भेजेंगे या प्राप्त करेंगे, वह भी मॉडेम द्वारा ही निर्धारित होती है। तीव्र गति वाले मॉडेम सूचना का आदान-प्रदान शीघ्रता से कर देते हैं, इस प्रकार आपके समय और धन की बचत होती है और ऑन लाइन सर्विस का चार्ज कम बैठता है। मॉडेम की गति किलोबिट्स (kbps) प्रति सेकेंड द्वारा नापी जाती है। कम से कम 56 kbps की स्पीड वाले मॉडेम की इस्तेमाल किए जाने चाहिए।
टेलीफोन लाइन(Telephone line):- इन इंटरनेट पर सूचना टेलीफोन लाइन द्वारा ही प्रेषित की जाती है। टेलीफोन लाइनें वैसी ही होती है जैसी हमारे घरों में प्रयुक्त होती हैं।
• जब आग मॉडेम के जरिए इंटरनेट तक पहुँच बनाते हैं तब आप टेलीफोन लाइन का साधारण बातचीत के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकते।
• यदि आपकी टेलीफोन लाइन और मॉडेम लाइन एक ही लाइन पर हैं तो 'कॉल' वेटिंग' फीचर को मंद ही रखें जब मॉडेम का प्रयोग करें, नहीं तो मॉडेम के कनेक्शन में उपस्थित हो जाएगा।
अन्य कनेक्शंस (other connections)
- टेलीफोन लाइन के इलावा इंटरनेट पर सूचना आदान-प्रदान हेतु अन्य तीव्र गति(high speed) वाले कनेक्शंस का भी प्रयोग किया जा सकता है। इन तीव्र लाइनों का यही काम है कि इससे आपकी टेलीफोन लाइन याचित नहीं होगा, जब आप इंटरनेट प्रयोग कर रहे हों।
- इस तरह आप फोन लाइन या फैक्स मशीन का भी इस्तेमाल विधिवत रूप से कर सकते हैं।
आई. एस. डी. एन.(I.S.D.N) :-
इंटीग्रेटेड सर्विस डिजिटल नेटवर्क डाटा (ISDN) के डिजिटल ट्रांसमिशन के लिए एक स्टैंडर्ड सेट है जो टेलीफोन कंपनियों द्वारा दिया जाता है। आई. एस. डी. एन. लाइन 56 से 128 kbps की गति से सूचना का आदान-प्रदान कर सकती है।
केबल मॉडेम(cable modem):-
- एक केवल मॉडेम के जरिए आप इंटरनेट से वैसे ही जुड़ सकते हैं जैसे कि केवल के द्वारा आप केवल टी.वी. नेटवर्क से जुड़ते हैं।
- यह केवल मॉडेम 3000 kbps की गति से सूचना संप्रेषित कर सकता है। आपका स्थानीय केवल ऑपरेटर यह सुविधा प्रदान कर सकता है।
डी.एस.एल.(D.S.L) :-
- एक डिजिटल सबस्क्राईबर लाइन (डी.एस.एल.) काफी नाजुक तकनीकों का इस्तेमाल कर कई बाईटों की बड़ी संख्या को टेलीफोन कंपनियों द्वारा प्रदत्त ट्विस्टेड पेयर केबल डिजिटल लाइन सर्विस (Twisted pair cable of digital phone line service) द्वारा करती है।
- डी.एस.एल., आई. एस. डी. एन. लाइनों के मुकाबले में कुछ तेजी से ट्रांसफर दरों को प्रदान करती है। इसलिए वह थोड़ी महँगी भी होती है। डी. एस. एल. सूचना का संप्रेषण 1000 kbps से 6000 kbps की गति से करती है।
इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर(internet service provider):-
- इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (आई.एस.पी.) एक कंपनी है जो आपको इंटरनेट तक पहुँच कुछ पैसे लेकर प्रदान करती है।
- ऐसे कई सर्विस प्रोवाइडर्स हैं जो विभिन्न प्रकार को सेवाएं एवं लाभ अलग-अलग कीमत पर प्रदान करते हैं।
- भारत में ऐसे कई आई.एस.पी. हैं उनमें से मुख्य हैं- विदेश संचार निगम-लिमिटेड (बी.एस.एन.एल.) मंत्रा ऑन लाइन, सत्यम, है वे तथा टाटा इंडिकॉम
एक आई.एस.पी. का खर्चा(An I.S.P cost of) :-
- एक आई.एस.पी. आपके द्वारा इंटरनेट पर बिताए गए समय के अनुसार विभिन्न तरह से उसका मूल्य वसूल करती है।
- कुछ सर्विस प्रोवाइडर्स महीने में कुछ घंटे के आधार पर ही कीमत वसूलते हैं
- जबकि कुछ आई.एस.पी. एक विशेष कीमत लेकर इंटरनेट की पहुँच के लिए सीमित समय देते हैं।
- इसलिए किसी आई.एस.पी. का चुनाव करते समय उनकी छिपी कीमतों पर पहले पूरी जाँच पड़ताल कर लेनी चाहिए।
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मैसेज प्राप्त करना(receiving messages):- मैसेज प्राप्त करने के लिए आवश्यक नहीं है कि सम्बद्ध व्यक्ति अपने कंप्यूटर पर ही बैठा हो सर्विस प्रोवाइडर सारी प्राप्त मैसेजेज सहेज कर रखता है जब तक वह रीट्रिय सा स्वीकार न कर ली जाएं। इन मैसेजेज को नियमित रूप से चेक किया जाना चाहिए। अपने कम्प्यूटर को मॉडेम से कनेक्ट कर अपने सर्विस प्रोवाइज प्राप्त कर सकते हैं। इसका अर्थ है कि आप कहाँ भी रहे अपने मैसेज पुन: प्राप्त कर सकते है।
मैसेज का रिप्लाई देना(Reply to message) :- आप मैसेज द्वारा किसी प्रश्न का जवाब या सम्बद्ध विषय के बारे में अतिरिक्त सूचना भी प्रदान कर सकते हैं। जब आप मैसेज का उत्तर दें तो यह जरूरी है कि मूल मैसेज का हिस्सा इसमें शामिल कर लें। इसे 'क्वोटिंग' कहा जाता है। क्वोटिंग का काम यह रहता है कि प्रश्नकर्ता को तुरंत मालूम पड़ जाता है कि उसके किस मैसेज का जवाब आपने दिया है। उत्तर में मूल मैसेज के वह हिस्से आप delete कर सकते हैं जो आपके उत्तर से ताल्लुक नहीं रखते। इस प्रकार आप मैसेज पाने वाले का समय भी बचा सकते हैं।
मैसेज को फॉरवर्ड करना(forward message):- जब आप मैसेज प्राप्त करें और चाहें तो उसमें कुछ अपने विचार जोड़कर मनचाहे गंतव्य पर उसे फॉरवर्ड भी कर सकते हैं।
मैसेज को प्रिंट करना(print message) :- आप मैसेज का प्रिंट कर उसकी पेपर कॉपी प्राप्त कर सकते हैं।
मैसेजेज को व्यवस्थित करना (organize messages):- प्रायः ई-मेल प्रोग्राम्स उस मैसेजेज को स्टोर कर लेते हैं जो आपने भेजी हैं, प्राप्त की हैं या delete कर दी हैं। इन्हें आप अलग फोल्डर्स में रख सकते हैं। इस प्रकार आप सारी मैसेजेज को व्यवस्थित कर उनका बाद में पुनर्निरीक्षण भी कर सकते हैं। अपनी (Messages) को ज्यादा व्यवस्थित ढंग से पर्सनलाईज्ड फोल्डर्स में रख सकते हैं।
इन व्यवस्थित मैसेजेज को आप नियमित रूप से delete भी कर सकते हैं जो आपके . काम की न हों।
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